डिप्रेशन के लक्षण,नुकसान और इलाज | Depression ke lakshan

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Depression ke lakshan: Depression मानसिक तौर से जुडा़ हुआ एक रोग है, जिसका समय पर इलाज न कराए जाएँ तो समय के साथ बढता रहता है!

ऐसी अवस्था में व्यक्ति का मन और दिमाग नेगेटिविटी , तनाव, और उदासी से घिर जाता है! इस अवस्था में व्यक्ति के सोचने समझने की क्षमता खत्म हो जाती है!

Depression कोई सामान्य बिमारी नहीं है! अगर इसका इलाज समय पर नहीं होता है तो एक समय ऐसा आता है जब व्यक्ति पूरी तरह से निराश से भर जाता है!

कोई व्यक्ति इससे जल्दी स्वस्थ हो जाता है, कोई समय ज्यादा लेता है। 

Table of Contents

डिप्रेशन क्यों होता है? (Causes of Depression)

डिप्रेशन होने के सबके अलग अलग कारण हैं। जब लाइफ में मन के मुताबिक चीज़े नहीं होती जो सोचते हैं उसका उल्टा होता है तब व्यक्ति डिप्रेस होता है।

  • खुद को कोई बीमारी हो जाए या परिवार में कोई बीमार हो
  • परिवार में या किसी जान पहचान वाले की मृत्यु हो जाए
  • परिवार की जिम्मेदारी पड़ जाए
  • कोई आर्थिक परेशानी हो
  • काम का overload हो
  • परिवार में लड़ाई झगड़े होते हों
  • रिलेशनशिप खराब चल रहे हों
  • ब्रेकअप हो जाए।
  • आपसे कोई ऐसी गलती हो जाए जिसको सुधारा ना जा सके
  • आप लगातार असफल हो रहे हो।
  • विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को लेकर डिप्रेस होते हैं।
  • ऑफिस वाले काम के ओवरलोड को लेकर।
  • गृहणी अपने काम की अधिकता से,घर खर्च,बड़े छोटे की जिम्मेदारी और बाकी चीज़ों से।
  • आम आदमी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी ना कर पाने पर।
  • किसान अपनी फसल खराब होने पर।
  • मा बाप बच्चों के असफल होने पर।
  • व्यवसाई अपने कारोबार में असफल होने पर।

डिप्रेशन से नुकसान (Side Effects of Depression)

इस परेशानी के कारण व्यक्ति का सामान्य जीवन जीना दुर्भर हो जाता है, वो दिन के सामान्य कार्य भी मुश्किल से कर पाता है.। 

कुछ लोग तो आत्महत्या तक कर लेते है। 

डिप्रेशन आपका दिन बर्बाद कर सकता है लेकिन आप इसे बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन डिप्रेशन असहनीय से भी बदतर है। यह दुख से ज्यादा गंभीर है। ऐसा लगता है कि आप एक निराशाजनक स्थिति में फंस गए हैं जो महीनों या वर्षों तक रह सकती है।

अगर अनुपचारित छोड़ दिया जाए तो अवसाद विनाशकारी हो सकता है। उदास लोग पागल हो जाते हैं क्योंकि वे बहुत अधिक उदासी से अभिभूत होते हैं। जिसका उनके जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। 

अवसाद परिवारों में संघर्ष का कारण बन सकता है। अवसाद से ग्रस्त व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार हो सकता है या आत्महत्या भी कर सकता है।

इसलिए जरूरी है कि डिप्रेशन को कंट्रोल किया जाए। अगर आप बहुत उदास हैं या आप डिप्रेशन से जूझ रहे हैं तो आप मजबूर नहीं हैं क्योंकि आपकी स्थिति कैसी भी हो, डिप्रेशन को दूर करने के कई तरीके हैं।

महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण (Depression ke lakshan)

महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण (Depression ke lakshan)

Depression ke lakshan: पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अवसाद से पीड़ित होने की संभावना अधिक होती है। 

U.S नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ (NIMH) के विशेषज्ञों का कहना है कि “महिलाओं के लिए विशिष्ट जैविक, हार्मोनल और सामाजिक कारकों के कारण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अवसाद अधिक आम है।” 

इसका एक कारण यह है कि महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव अधिक होता है, खासकर पीरियड्स के दौरान, गर्भावस्था के दौरान और माँ बनने के बाद।

बच्चे के जन्म के बाद महिलाएं अक्सर पोस्ट पार्टम depression से गुजरती हैं, जिसे आमतौर पर पुरुष समझ नहीं पाते हैं।

औरतों में, इस रोग की गंभीरता पुरुषों से अलग हो सकती है। हर बात पर रोना आ जाना, निराशा और उदासी के कारण अकेलेपन की आदी हो जाना, खुद से और अपने घर से लापरवाह हो जाना इस बीमारी के कुछ महत्वपूर्ण लक्षण हैं। 

Blood pressure का बहुत ज्यादा low रहना या फिर high हो जाना भी इसकी लक्षणों में से एक है। 

डिप्रेशन का लक्षण और उपाय (Symptoms of Depression In Hindi)

Depression ke lakshan: डिप्रेशन से प्रभावित लोग खुद को समाज और लोगों के बीच से अलग कर बिलकुल अकेला कर लेते है। और तो और, आत्महत्या जैसे गंभीर विचार उनको आने लगते हैं। काफी लोग इसके वजह से आत्महत्या कर भी लेते हैं.

लम्बे समय तक depressed रहने से शरीर के पुरे hormone असंतुलित हो जाते है, जिससे शरीर पर कई विभिन्न तरह के रोग उत्पन्न होने लगते हैं। 

जैसे- मोटापा, अधिक भूक लगना , इसके विपरीत भूक ना लगना, पाचन तंत्र सही से काम ना करना।

डिप्रेशन के वजह से भोजन सही से ना पचना और कब्ज की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है.

डिप्रेशन का लक्षण और उपाय (Symptoms of Depression In Hindi)

Depression से पीड़ित लोगों को खुद को लेकर बहुत नकारात्मक विचार आते है। उनको लगने लगता है वो बहुत कमजोर है , वो ज़िन्दगी में कुछ नहीं कर सकते।

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और इसके वजह से वह साधारण काम करने में भी बहुत समय लगाते हैं .. क्युके इनमे आत्मविश्वास बिलकुल कम हो जाता है और इनको खुद पर बिलकुल भरोसा नहीं रहता।

  • वजन अचानक से बढ़ने लगेगा या कम होने लगेगा।
  • दिन भर आलस और बेचैनी रहेगी।
  • नींद बहुत लम्बे समय तक आएगी, या तो बहुत कम आएगी।
  • मन में बार बार आत्महत्या के विचार आएंगे
  • किसी भी काम को करने में उत्साह नहीं होगा।
  • किसी भी प्रकार के फैसले खुद से लेने में दिक्कत आएगी और अपने आप को किसी काम के लायक नहीं समझेंगें।
  • सुबह उठने के बाद बहुत जयादा उदासी का अनुभव होगा।
  • इनके साथ कितनी भी कोईअच्छी चीज होजाये या कहे तो lottery भी लग जाये ये दुखी ही रहेंगे।
  • हर वक़्त कोई अनजान या बुरी घटना होने का डर बना रहेगा।
  • अंदर हमेशा चिंता और बेचैनी बने रहेगी
  • छोटे से छोटे कार्यो को भी ठीक से नहीं कर पाएंगे।
  • हमेशा उदास और हारा हुआ महसूस करेंगे।

और कई ऐसी बीमारियां है जो depression के वजह से होती है वो है :

1. अस्थमा

2 .मोटापा

3 . ह्रदय से सम्बंधित रोग.. आदि।

देखिये अगर इंसान को जन्म मिला है तो ज़िंदगी में तकलीफ और उतार चढ़ाव बने ही रहेंगे। लकिन अगर यह तकलीफ लम्बे समय तक बनी रहे तो मामला बिगड़ जाता है। (1)

डिप्रेशन का इलाज कितने महीने तक चलता है (Depression ke lakshan)

भारत मै ज्यादातर लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है, ना ही इस विकार को समाज मै सम्मान से देखा जाता है,

अभी भी इसे लोग भूत प्रेत, तंत्र मंत्र, जादू टोना समझते है, और डॉक्टर की जगह तांत्रिक पास ले जाते है.

मरीज और उसके परिवार को इस परेशानी को आपस के और समाज के लोगों मै बताने मै भी शर्म आती है.

वैसे ये रोग किसी अच्छे मनोचिकित्सक के पास जाने पर सही हो जाता है लेकिन रोगी को सही होने मै वक्त लगता है। 

क्या डिप्रेशन का इलाज है (Depression ka ilaj)

हाँ इसका इलाज है। हालाँकि, Depression, अवसाद एक ऐसी हकीकत है जिसे नकारा नहीं जा सकता है। इसे समय पर इलाज की जरूरत है। 

सौभाग्य से, डिप्रेशन ठीक होने योग्य है। आप इन दिशानिर्देशों को follow करके अपने तनाव को बहुत हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।

डिप्रेशन को कैसे दूर करें (Depression treatment in hindi)

भरपूर नींद लें 

थकान, दोनों शारीरिक और मानसिक रूप से, नकारात्मक भावनाओं का कारण बनती है। जब आप नहीं सो पाते हैं तो आप चिड़चिड़े महसूस करते हैं। इसलिए जब आप उदास महसूस करें तो एक ब्रेक लें और सो जाएं। 

आपका अवसाद थकान के कारण भी हो सकता है, इसलिए एक अच्छी नींद  इसे दूर करने में मदद कर सकता है। 

तनाव से आपकी नींद बुरी तरह प्रभावित होती है। 24 घंटे में एक healthy sleep का शेड्यूल बनाए रखें, यानी एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए जितनी आवश्यक हो उतनी नींद लें। 

एक सामान्य व्यक्ति रात में 7-8 घंटे की नींद लेता है। सोते समय अपने नकारात्मक विचारों पर नियंत्रण रखें।

शारीरिक रूप से सक्रिय रहें (Depression ka ilaj)

आपका शरीर, physical activity में संलग्न होकर अधिक एंडोर्फिन रिलीज करता है। यह एक ऐसा केमिकल है जो दर्द से राहत देता है और आपको खुशी का अनुभव कराता है। 

आप जितने अधिक शारीरिक रूप से ऐक्टिव होंगे, आप उतना ही खुश और दर्द को कम महसूस करेंगे। 

इसलिए आपको नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। यह जरूरी नहीं है कि आप जिम जाएं, आप दौड़ सकते हैं या किसी खेल में भाग ले सकते हैं।

नियमित रूप से व्यायाम करें

शॉर्ट टर्म एक्सरसाइज (20 से 30 मिनट) का भी आपके मूड पर अच्छा असर पड़ता है। 

यकीन मानिए नियमित रूप से बीस से तीस मिनट का व्यायाम आपको मानसिक परेशानी से निजात दिला सकता है।

चॉकलेट है डिप्रेशन का होम्योपैथिक इलाज (Chocolate Beneficial in Depression in Hindi)

चॉकलेट उदास व्यक्ति को खुश रखने के लिए अच्छी होती है क्योंकि यह शरीर में happiness हार्मोन रिलीज करती है। 

हिल के अध्ययन से पता चलता है कि चॉकलेट का दैनिक सेवन वास्तव में मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को भी कम करने में मदद करता है।

पीला रंग  (Depression ke lakshan)

यदि आप उदास हैं, तो अपने कमरे को पीले रंग से रंगने की सलाह दी जाती है। यदि यह संभव नहीं है, तो आप पीले रंग के पर्दे का उपयोग कर सकते हैं। 

पीला रंग हंसी और खुशी से जुड़ा है। ऐसा कहा जाता है कि इस रंग की चमक एक sad मूड को ठीक कर सकती है। 

साथ ही, पीला अकेलापन कम करने में मदद करता है और negative विचारों के कारण आपको बुरा महसूस करने से रोकता है।

अपने स्थान को व्यवस्थित रखें।

गंदा दिमाग भी डिप्रेशन को निमंत्रण दे सकता है। जब आपका ऑफिस या घर अस्त व्यस्त या बिखरा हो तो निराशा हो सकती है। इसलिए, यदि आपके आस-पास का स्थान अव्यवस्थित है, तो इसे व्यवस्थित रखें। 

साफ-सुथरी जगह आपको मानसिक शांति भी देती है और साथ ही डिप्रेशन को भी दूर रखती है।

एक शौक पालो  (Depression ka ilaj)

अपनी समस्याओं और असफलताओं के बारे में सोचने के बजाय अपने खाली समय में कुछ अच्छा या नया करने की कोशिश करें। 

एक ऐसा शौक खोजें जो आपके दिमाग को आराम दे। आप किताबें पढ़ सकते हैं, फिल्में देख सकते हैं, टहलने जा सकते हैं, टीवी सीरीज देख सकते हैं या गेम भी खेल सकते हैं। 

यह सब आपके चिंतित मन को ठीक कर सकता है और आपको खुश कर सकता है।

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खुद को हंसाओ

English में एक कहावत है Laughter is the best medicine in the world यानि “दुनिया की सबसे अच्छी दवा हंसना है”, खासकर जब आप उदास हों। 

अपने दोस्तों के साथ घूमें और मज़े करें। कॉमेडी फिल्में या funny वीडियो देखें। 

अगर आपका दुख किसी रिश्ते से जुड़ा है, तो उन चीजों को देखने से बचें जो आपको आपकी स्थिति की याद दिलाती हैं।

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अच्छा सपना देखो

आपने देखा होगा कि जब आप रात में बुरे सपने देखते हैं तो आप उदास होकर उठते हैं लेकिन जब अच्छे सपने आते हैं तो आप बहुत खुश दिखते हैं। इसलिए अच्छे सपने देखें, सपनों पर हमारा नियंत्रण है। 

सोते समय अपनी चिंताओं को न भूलें, लेकिन अपनी अच्छी और पसंद की चीजों को याद करके सोएं, यह निश्चित रूप से आपके लिए कुछ अच्छे सपने लेकर आएगी जो आपके दुखों को भूलने में आपकी मदद करेगी।

अपनों के साथ समय बिताएं और प्यार करें।

डिप्रेशन से निपटने का सबसे अच्छा तरीका प्यार करना है। अपने परिवार या relatives को अपनी स्थिति के बारे में बताने में संकोच न करें। उनके साथ आपकी दोस्ती, आपकी willpower को मजबूत करती है। 

अगर आप किसी से प्यार करते हैं और ऐसे लोगों के साथ हैं जो आपकी परवाह करते हैं, तो आप सुरक्षित महसूस करते हैं। 

जब आप किसी खास के साथ समय बिताएंगे तो आपको भी अच्छा लगेगा। प्यार आपको एहसास दिलाता है कि आप अपने लिए नहीं जीते हैं। 

इसलिए यदि आप अपने प्रियजन की देखभाल करना चाहते हैं, तो आपको डिप्रेशन से बाहर निकलना होगा और अपने दो पैरों पर खड़ा होना होगा।

गहरी साँस लेना।

खुशियों का राज हमारी सांसों में छिपा है। एक गहरी सांस, stress हार्मोन को कम करने में मदद करती है। 

लंबी सांस लेने से हमारे शरीर की सभी इंद्रियों को आराम मिलता है, जिससे मानसिक तनाव में राहत मिलती है। इससे हमें डिप्रेशन से उबरने में मदद मिलेगी।

डिप्रेशन का घरेलू इलाज/बचने के उपाय (Home Remedies for Depression In Hindi)

सबसे आसान ओर बढ़िया तरीक़ा है बच्चों के साथ समय बिताना

वैसे भी lockdown में घर से ज़्यादा बाहर आना जाना तो होता नही है , इसलिए शाम को बच्चों के साथ कोई खेल जैसे के Ludo , कैरम या मेरा मनपसंद पतंग उड़ाना आदि खेले ..!

इससे मानसिक तोर पर हम कुछ देर के लिए ही सही, अपनी परेशानीयो से दूर होंगे …!

किसी धार्मिक स्थल पर थोड़ी देर सेवा करे

सच में ये मेरे एक दोस्त का पर्सनल तौर पर आज़माया हुआ तरीक़ा है , उसने बताया की, मैं जब भी थोड़ा नकारात्मक विचार आते है तो मैं गुरद्वआरा साहिब में जाकर कुछ देर सेवा करती हूँ, सच में जो ख़ुशी वहाँ सेवा करने में है ,वो कही नही हैं ! ऐसा लगता जैसे दिल का सारा बोझ ख़त्म हो गया !

अपने परिवार के साथ अपने बचपन की बातें याद करें (Depression ka ilaj)

मेरा मानना है कि बचपन हर इंसान का सुनहरा समय होता है , हम भाई बहन जब भी इकट्ठे होते हैं ,अपने बचपन को ज़रूर याद करते हैं।

कई बार तो सिर्फ़ बातें करते ही सारी रात बीत जाती है ओर सुबह हमारे मम्मी का मूड देखकर ऐसा लगता है जैसे उन्हें कोई खोया हुआ पुराना ख़ज़ाना मिल गया हो !

कैमोमाइल चाय

कैमोमाइल चाय में दो महत्वपूर्ण रसायन होते हैं- अपगेनिन और ल्यूटोलिन, जो आपके दिमाग को आराम देने में मदद करता है।

पेंसिल्वेनिया मेडिकल सेंटर विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों ने अपने आहार में कैमोमाइल चाय को शामिल किया, उनके चिंता के लक्षणों में उल्लेखनीय कमी आई।

लैवेंडर के तेल में साँस लें

लैवेंडर आवश्यक तेल से मालिश करने से आपको चिंता से राहत मिल सकती है। एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि यह तेल सिस्टोलिक दबाव को भी कम कर सकता है जो तनाव से जुड़ा हुआ है।

आप अपने तकिए पर लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदें डाल सकते हैं या कुछ राहत के लिए अपने नहाने के पानी में डाल सकते हैं। अपने नहाने के पानी में आवश्यक जोड़ना भी एक अच्छा विकल्प है।

बाहर धूप में रहें

विटामिन डी शरीर में खुश हार्मोन को बढ़ाता है, जो चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम कर सकता है। 15 मिनट का छोटा ब्रेक लें और कुछ राहत के लिए बाहरी गतिविधियों में शामिल हों।

इससे न केवल आपका मन शांत होगा बल्कि आत्मा भी शांत होगी। आपका मन और शरीर दोनों शांत।

कटे हुए कैफीन

यह सच है कि कैफीन आपकी ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह चिंता का कारण भी बन सकता है।

यदि आप अक्सर ठंडे टर्की जाते हैं, तो अपने कैफीन का सेवन कम करने की कोशिश करें और देखें कि क्या कोई सुधार है। ग्रीन टी जैसी कैफीन युक्त पेय पर स्विच करें।

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स्वस्थ रहें खुश रहें 💪😊

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