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ओमीक्रोन क्या है? लक्षण, उपचार, सावधानी और घरेलू उपाय | Omicron Kya Hai
Omicron Kya Hai: कोरोना वायरस के महामारी से अबतक दुनियाभर के लाखो लोगो की जान जा चुकी है, जिससे पूरी दुनिया के इंसानों में भय का माहौल बना हुआ था, लेकिन भारत सरकार के सफल कोशिश के कारण देश के लगभग 100 करोड़ से ज्यादा लोगो को vaccine दी जा चुकी है।
लोग अभी कोविड-19 pandemic से अभी उबर ही रहे थे, कि इसकी एक और वैरिएंट ओमीक्रॉन की confirmation हुई है, इसे corona की दूसरी लहर Delta variant से भी अधिक भयानक माना जा रहा है।
ओमीक्रोन क्या है (What is the Omicron variant in Hindi)
Omicron Kya Hai: यह कोरोना वायरस का नया वैरिएंट है। इसे ओमिक्रोन (B.1.1.529) नाम दिया गया है। इसमें 30 स्पाइक प्रोटीन है। variant की यह खासियत उसको अधिक संक्रामक और खतरनाक बनाती है।
समस्या की बात ये की वैरिएंट के 50 म्यूटेशन है। विश्व स्थ्वास्थ्य संगठन ने इसे डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक बताया है।
सावधानी, सजगता और सचेत रहकर हम किसी भी खतरनाक संक्रामक बीमारी से बच सकते हैं। फिर वह चाहे डेल्टा वैरिएंट रहा हो या फिर ओमिक्रोन हो।
विश्व स्वास्थ संगठन के मुताबिक, कोरोना का ये ओमीक्रॉन वेरिऐंट ज्यादा खतरनाक रहेगा | सबसे पहले इस वेरिएंट की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका से हुई है, WHO ने इसे “वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न” कहा है |
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ओमीक्रॉन के लक्षण (Omicron Symptoms In Hindi)
इसके सामान्य लक्षणों में:
- हल्का बुखार,
- थकान,
- गले में खराश,
- शरीर में दर्द और
- रात को पसीना आना आदि शामिल हैं।
- ज्यादातर मामलों में गंध और स्वाद के खराब होने के लक्षण नहीं पाए गए हैं। लेकिन दो नए लक्षण उन लोगों में ज्यादा दिख रहे हैं जिन्होंने वैक्सीन की दो खुराक या बूस्टर डोज ले ली है:
- उल्टी (मितली) vomit
- भूख न लगना
यदि आप बीमार पड़ते हैं और उपर्युक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण विकसित होते हैं, तो घबराएं मत और जल्द से जल्द अपना परीक्षण करवाएं। याद रखें कि जब तक परिणाम ‘निगेटिव’ न आएं, तब तक खुद को आइसोलेट करें। (1)
क्या ओमिक्रॉन अन्य वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलता है? – Does Omicron spread faster than other variants in Hindi?
हां, इसका संक्रमण पूरे वर्ल्ड में बहुत तेजी से फैल रहा है, ये coronavirus के डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले 2 से 3 गुना ज्यादा तेजी से फैलने की क्षमता रखता है।
ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा से हल्के होते हैं, लेकिन यह पिछले वैरिएंट की तुलना में 7 गुना अधिक फैलने वाला है। लेकिन इसमें मृत्य दर पिछले साल की अपेक्षा लगभग 1/10 (दसमांश) है।
इसका मतलब है कि यह अधिक लोगों को प्रभावित कर सकता है लेकिन इसके परिणाम अधिक गंभीर नहीं है।
वैज्ञानिक ओमिक्रोन वेरिएंट के मामलों की सघन निगरानी और अध्ययन कर रहे हैं। इसे हल्के संक्रमण के रूप में पहचाना जा रहा है जिसके लक्षण सामान्य जुकाम बुखार की तरह हैं।
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ओमीक्रोन का क्या उपचार है?
WHO के द्वारा जारी की गई दिशानिर्देश के अनुसार ओमीक्रोन का इलाज भी कोरोना के दूसरे वेरीएंट की तरह ही किया जाएगा। इस वायरस के लक्षण मालूम होने पर blood test और एक्स-रे होगा।
Report पॉजिटिव आने पर पीड़ित को आइसोलेशन में रखा जाएगा। अगर रिपोर्ट नेगेटिव मिलती है तो तो patient को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
फाइजर को मार्च तक ओमीक्रॉन वैक्सीन विकसित करने की उम्मीद
अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने घोषणा की है कि वह मार्च तक कोरोना वायरस के नए संस्करण ओमी क्रोन से बचाव के लिए एक वैक्सीन विकसित करने में सफल हो जाएगी।
फ्रांसीसी समाचार एजेंसी AFP के अनुसार, फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बोरला ने CNBC को बताया कि फाइजर ने सरकारों के हितों को ध्यान में रखते हुए खुराक पर काम करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि जैसा कि अधिकारियों को कोविड-19 के पीड़ितों की संख्या में बढ़ोत्तरी दिखाई दे रही है, उनमें से बड़ी संख्या में ओमीक्रॉन के शिकार हैं।
उन्होंने आगे कहा, “ये टीका मार्च तक तैयार कर ली जाएगी। मुझे नहीं पता कि हमें इसकी ज़रूरत होगी या नहीं और मैं नहीं जानता कि हम इसका इस्तेमाल कर पाएंगे या नहीं।”
फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का आगे कहना था की ओमीक्रॉन से प्रभावित लोगों को तत्काल सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस समय 2 टीकों की डोज और एक बूस्टर शॉट दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हालांकि,omicron के खिलाफ सीधे उपयोग के लिए तैयार की जाने वाली vaccines ऐसे infections से भी बचाएगी जो बहुत अधिक खतरनाक हो सकते हैं और इसके साथ अन्य गैर-लक्षण समस्याओं में भी कारगर होगी।
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ओमिक्रोन से बचने के लिए ये सावधानियां बरतें (Precautions For Omicron In Hindi)
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, इससे बचने के लिए सबको covid प्रोटोकॉल का ही पालन करना है।
मतलब ये की मास्क पहनना, सोशल डिस्टेनसिंग, हाथों को साफ रखना, मरीजों से दूर रहना, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना और मुकम्मल तौर पे खुद को वैक्सीनेट रखने आदि जैसी सावधानी से ओमिक्रोन से काफी हद तक बचा जा सकता है।
WHO के south-east एशिया क्षेत्र की निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि हमें किसी भी कीमत पर कोी लापरवाही नहीं बरतनी है।
उन्होंने ये भी कहा कि इन्फेक्शन को रोकने के लिए व्यापक और जरूरत के मुताबिक पब्लिक स्वास्थ्य सेवाएं और सामाजिक उपाय जारी रखने चाहिए।
वैक्सीनेटेड लोगों पर ओमीक्रोन का असर होगा?
इस coronavirus के नए वेरिएंट अमीक्रोन के संक्रमण से लोगों के मन में यह सवाल उभर रहा है कि क्या ओमीक्रोन का प्रभाव वैक्सीन लिए हुए लोगों पर भी पड़ेगा?
ज़्यादातर वैक्सीन वायरस स्पाइक protien area पर निशाना लगाते हैं। कोई भी virus स्पाइक प्रोटीन के माध्यम से ही इंसान के कोशिका में enter करता है।
टीका मानव शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, जिससे जब भी कोई वायरस body में घुसने का प्रयास करता है तो वह उसे खत्म कर देता है।
लेकिन ओमीक्रोन के Spike प्रोटीन में 30 से ज्यादा म्यूटेशन पाए गए हैं। फिर भी experts के मुताबिक, जो वैक्सीन कोरोना की स्पाइक प्रोटीन को खत्म करने का ताकत रखता है, वह omikron पर भी असरदार साबित होगा।
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