पथरी का इलाज इन हिंदी: पथरी जिसे की Stone भी कहा जाता है, एक दर्द देने वाली बीमारी है। पथरी हमारे शरीर में कहीं भी पैदा हो सकती है लेकिन आपने आम तौर पर दो ही जगह पर पथरी होने के बारे में सुना होगा।
एक तो पित्त की थैली में पथरी और दूसरा गुर्दे में पथरी, लेकिन आज इस लेख से मैं आपको गुर्दे की पथरी का इलाज हिंदी में बताऊंगा। गुर्दे में पथरी हो जाने पर क्या करें, पथरी क्यों हो जाती है, इन सभी बातों पर विचार करेंगे।
Table of Contents
पथरी होने के कारण (Kidney stones causes)
जब हम कुछ खाते हैं तो किसी भोजन में मौजूद कड़क बीज या तंबाकू, सुपारी जैसी चीज़ें खाते हैं तो इसके छोटे छोटे कण हमारे गुर्दे में कहीं एक जगह जाकर इकट्ठे हो जाते हैं।
यही टुकड़े धीरे धीरे बड़े होकर एक बड़े पत्थर के रूप में सामने आ जाते हैं, जब इस पठार का नुकीला भाग गुर्दे की नरम दीवार से चुभता है तो हमारे गुर्दे में दर्द महसूस होने लगता है।
कभी कभी यह दर्द इतना तेज़ होता है कि रोगी को बुखार, उलटी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं आने लगती हैं।
पुरुषों/महिलाओं में गुर्दे की पथरी के लक्षण: (Symptoms of Kidney Stone In Hindi)
किडनी में पथरी के लक्षण: हमारी कमर में पीठ की तरफ दोनों साइड में गुर्दे होते हैं। हम जो कुछ भी पीते हैं, गुर्दे इसे छानकर साफ़ पानी को पेशाब के रास्ते भेज देते हैं।
लेकिन छानते समय जब गुर्दे में अधिक कण जमा हो जाते हैं तो पथरी बन जाती है, अगर यही पथरी छोटे-छोटे भागों में हो जाये तो धीरे-धीरे पिघल कर पेशाब के रास्ते बाहर निकली जा सकती है। पथरी होने पर रोगी को कैसा लगता है।
- गुर्दों में अचानक चुभने वाला दर्द होता है
- दर्द होने पर उल्टियां भी आती है
- जी मिचलाना
- खाने में रूचि न होना
- पेशाब में खून आना
- रुक रुक कर पेशाब आना
- पेशाब करते हुए दर्द होना
पथरी का घरेलू इलाज इन हिंदी (Kidney Stone Treatment In Hindi)
How to pass a kidney stone in 24 hours: पित्त की थैली में अगर पथरी हुई है तो इसे पिघलाना कठिन है, ज्यादातर लोगों को इसका operation ही करना पड़ता है तब ही पित्त की थैली से पथरी निकल पाती है।
लेकिन गुर्दे में होने वाली पथरी का इलाज घर पर ही किया जा सकता है, इसलिए आज मैं आपके लिये गुर्दे की पथरी का घरेलू इलाज हिंदी में लेकर आया हूँ।
सभी घरेलू नुस्खे कारगर है, इनमे से दो नुस्खों का नियमिय प्रयोग करें। अगर आप पथरी का होम्योपैथिक इलाज चाहते हैं तो आप घर बैठे पथरी का होम्योपैथिक इलाज भी कर सकते हैं।
पथरी का रामबाण ईलाज है पत्थरचट्टा पौधा
यह एक बहुत ही सस्ता और सरल उपाय है पथरी के लिए जो पथरी को सिर्फ़ तीन दिन में ही जड़ से मिटा देगा।
इसके लिए हमें इस पौधे की पत्तियों को रात के समय 2 गिलास पानी में भीगो देना है तथा सुबह इस पानी को पत्तियों सहित पीस के छान लेना है और एकदम ख़ाली पेट (बिना कुछ खाये-पीये) इस पानी को पी लेना है।
ऐसा तीन दिन लगातार करना है, साथ ही पानी का सेवन भी ज़्यादा मात्रा में करना है।आप यह पौधा घर पर भी लगा सकते है।
याद रहे दूसरे दिन फिर ताज़े पत्ते लें।
परहेज़: दूध, अरहर की दाल, मीट, टमाटर, पालक वग़ैरा बिल्कुल छोड़ दें या बहुत कम लें।
कृपया इसके बारे में ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को अवगत कराये। अगर एक छोटे से घरेलू उपाय से पथरी ठीक हो सकती है तो फिर अस्पतालों के चक्कर क्यूँ लगाने!
पर्याप्त पानी पीना है पथरी की दवा :
यदि आप कम पानी पीते हैं तो तो यह किडनी स्टोन और किडनी से जुडी अन्य बिमारियों का सबसे बड़ा कारण है, इसीलिये आप जितना ज्यादा हो सके पानी पीयें। लगभग सभी डॉक्टर्स भी आपको यही सलाह देते हैं।
पानी ज्यादा पीने से आपका शरीर निर्जलीकरण होने से बच जाता है, और आपकी किडनी को पर्याप्त मात्रा में गंदे, बेकार पदार्थ को छानने के लिये पर्याप्त द्रव मिल जाता है।
पथरी में गर्म पानी पीने के फायदे (Kidney stone home remedies In Hindi)
सुबह उठते ही तीन चार गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए । साल भर पहले मेरे अंकल की किडनी में 9mm की पथरी थी व लीवर बढा हुआा था उन्होंने सुबह गर्म पानी का सेवन करना चालु किया आज वो पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
और पढ़ें: गर्म पानी पीने के 25 चमत्कारी फायदे
नारियल पानी है पथरी की देशी दवा:
स्वास्थ्यवर्धक पेय होने के अलावा, गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए नारियल पानी का सेवन किया जा सकता है। यह शरीर से गुर्दे की पथरी को तोड़ने और बाहर निकालने और पेशाब के दौरान जलन को राहत देने के लिए अच्छे परिणाम दिखाता है।
प्याज का काढ़ा है पथरी की होम्योपैथिक दवा
प्याज में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो क्रिस्टलीकरण और गुर्दे की पथरी के विकास को रोकते हैं।
लगभग 15 मिनट के लिए एक गिलास पानी में 2 से 3 छोटे प्याज उबालकर यह काढ़ा बनाया जा सकता है। अच्छे परिणाम के लिए दिन में तीन बार चीनी डालें और पियें।
अजवाइन से पथरी का इलाज
अजवाइन एंटीऑक्सीडेंट का कार्य करता है। इसके सेवन से मूत्र वृद्धि में सहायत होती है, जिसकी वजह से किडनी स्टोन होने की सम्भवना कम हो जाती है।
इसका प्रतिदिन सेवन करने से छोटी पथरी के निकलने की भी सम्भावना होती है।
कुलथी की दाल है पथरी का इलाज
कुलथी के सेवन से पथरी टूट कर या धूल कर छोटी होती है, जिससे पथरी सरलता से मूत्राशय में जाकर पेशाब के रास्ते से बाहर आ जाती है।
मत्रल गुण होने के कारण इसके सेवन से पेशाब की मात्रा और गति बढ़ जाती है, जिससे रुके हुए पथरी कण पर दबाव ज्यादा पड़ने के कारण वह नीचे की ओर खिसक कर बाहर हो जाती है। यह शरीर में विटामिन A की पूर्ति कर पथरी को रोकने में मददगार है।
किसी कांच के गिलास में 250 ग्राम पानी में 20 ग्राम कुल्थी डाल कर ढक कर रात भर भीगने दें। प्रात: इस पानी को अच्छी तरह मिला कर खाली पेट पी लें। फिर उतना ही नया पानी उसी कुल्थी के गिलास में और डाल दें, जिसे दोपहर में पी लें।
दोपहर में कुल्थी का पानी पीने के बाद पुन: उतना ही नया पानी शाम को पीने के लिए डाल दें।
इस प्रकार रात में भिगोई गई कुल्थी का पानी अगले दिन तीन बार सुबह, दोपहर, शाम पीने के बाद उन कुल्थी के दानों को फेंक दें और अगले दिन यही प्रक्रिया अपनाएं।
महीने भर इस तरह पानी पीने से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी धीरे-धीरे गल कर निकल जाती है।
सेब का सिरका है स्टोन की रामबाण उपचार
बिना सर्जरी/ऑपरेशन के किडनी स्टोन से कैसे छुटकारा पाएं? सेब के सिरके में साइट्रिक एसिड होता है, जो किडनी स्टोन को तोड़ने और उन्हें छोटे कणों में घोलने में मदद करता है।
यह मूत्रमार्ग के माध्यम से गुर्दे की पथरी को दूर करने में मदद करता है। सेब के सिरके का उपयोग जहरीले पानी को निकालने और गुर्दे को साफ करने में भी मदद करता है।
दो बड़े चम्मच apple cider vinegar को रोजाना गर्म पानी के साथ तब तक लिया जा सकता है जब तक कि किडनी की पथरी पूरी तरह से दूर न हो जाए।
नींबू से पथरी का इलाज
नींबू में साइट्रेट होता है, ये एक ऐसा रसायन है जो कैल्शियम की पथरी को बनने से रोकता है और kidney stone बढ़ने की प्रक्रिया को भी धीमा करता है।
- एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़ लें, इसमें आधा चम्मच जैतून का शुद्ध तेल मिलाएं और अच्छी तरह मिलाकर पी लें, ऐसा आप दिन में दो बार करें, कुछ ही दिनों में पथरी गलकर बाहर निकल जाती है।
- नीम्बू, सोडा खाने वाला , काला नमक, भुना हुआ ज़ीरा, चीनी/शहद का पानी मिलाकर पीने से पथरी धीरे धीरे बाहर निकल जाती है। इसमें आपको एक नींबू और 2 चम्मच सोडा लेना है। ऐसा रोजाना करने से पथरी नहीं होती है।
केले से पथरी का इलाज
केले में Vitamin B प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। ये body में पत्थर बनने से रोकने और बने हुए पत्थर को छोटे छोटे हिस्सों में तोड़ने में मददगार साबित होता है।
अगर मरीज रोजाना, 100 से 150 ग्राम तक विटामिन बी का सेवन करता है तो उसे गुर्दे या किडनी की पथरी कभी नहीं होती।
लहसुन से पथरी का इलाज
लहसुन की पुती के साथ 2 ग्राम जवाखार पीसकर रोगी को सुबह-शाम देने से गुर्दे की पथरी बाहर निकल जाती है।
फिटकरी से पथरी का इलाज
पथरी को खत्म करने के लिए फिटकरी को पानी में उबाल लें। फिर उस पानी को सुबह, दुपहर और शाम पीजिए। इससे आपकी kidney मे जो पत्थर होगा वो गलने लगेगा। बाद में वो धीरे धीरे करके पेशाब के रास्ते से निकल जाएगा।
फिटकरी का पानी, सादा पीने वाले पानी मे मिलाकर पीजिए। इससे आपकी पथरी ठीक हो जाएगी और साथ ही आपके किडनी की सूजन भी कम हो जाएगी।
इसका कोई side effect नहीं है। फिटकरी में ऐसे गुण होते है जिसकी मदद से वो पत्थर को गला देती है।
गुर्दे की पथरी का आयुर्वेदिक इलाज
- एक ग्राम जवाखार को ताजे छाछ में मिलकर रोजाना पीएं कुछ ही दिनों में पथरी पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाएगी और आपको पता भी नहीं चलेगा।
- भेड़ का दूध पीना भी गुर्दे की पथरी का इलाज है, रोजाना भेड़ का दूध पीने से पथरी पेशाब से बहार निकल जाती है।
- सहजन की सब्जी के बारे में आपने सुना होगा, कुछ दिनों तक सहजन की सब्जी खाने से भी पथरी पेशाब से बाहर निकल जाती है।
- हरे पालक के पत्ते पथरी के इलाज के लिके लाभदायक हैं, अगर आप पथरी का घरेलू इलाज करनाचाहते हैं, तो कच्चे पालक का रस निकाल कर कुछ दिनों तक पिए, इससे भी पेशाब के रास्ते से पथरी गलकर बाहर निकल जाती है।
- प्याज़ के रस चीनी का घोल मिला लें और इसे रोजाना पीएं, ऐसा करने से गुर्दे में बनी हुई पथरी पिघल जाती है और धीरे धीरे पेशाब से ऐसे बाहर निकल जाती है कि पता भी नहीं चलता है।
- छुईमुई का पौधा आपने सुना होगा , इसे कहीं कहीं लाजवंती भी कहा जाता है। लाजवंती के पौधे की जड़ को अछि तरह से साफ़ कर लें। अब इसके छोटे छोटे टुकड़े कर लें। 3 गिलास पानी में इन जड़ों को डालकर खूब पकाये, जब एक गिलास पानी रह जाये तो इसे ठंडा करके पिए, इससे गुर्दे की प्रहरी का इलाज किया जाता है, और पथरी पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाती है।
- बहुत से लोग पथरी का इलाज चुकंदर से भी करते हैं जैसे की चुकंदर का रस निकाल लो अब इसे पानी मिलकर इसका सूप बना लो, फिर धीरे धीरे इसे पीयो, अगर आपके गुर्दे में पथरी है तो यह पिघल जायेगी और बाहर निकल जाएगी।
- 20 ग्राम मूली का रस निकाल कर रोजाना पीएं और साथ में मूली के पत्ते भी चवाकर खाए, इससे भी गुर्दे की पथरी निकल जाती है।
- रोजाना ताजा छाछ पीने से गुर्दे की पथरी का इलाज किया जाता है। छाछ में काला नमक भी मिला लें। दोपहर के खाने में एक गिलास छाछ को ज़रूर इस्तेमाल करें।
- जौ के बारे में आप जानते होंगे, जौ को पानी में उबालकर पीने से पथरी बाहर निकल जाती है। जौं के सत्तू और जौ की रोटी भी साथ में खाना चाहिए।
- गन्ने से बना हुआ सिरका पीकर भी पथरी का इलाज किया जाता है। अगर आपको गुर्दे की पथरी है तो रोजाना खाना खाने के बाद 2 से 3 चम्मच गन्ने का सिरका पीना चाहिए, इससे गुर्दे की पथरी तो बाहर निकल ही जायेगी साथ ही आपका हाजमा बहुत अच्छा हो जायेगा।
- गन्ने के सिरके की तरह ही सेव का सिरका भी आता है, अगर आपको गन्ने का सिरका न मिल पाए तो सेव का सिरका 5 ml 15 ml पानी के साथ मिलाकर खाने खाने के बाद पिये। ऐसा करने से पथरी के छोटे छूटे टुकड़े होकर यह पेशाब से बाहर आ जायेगी।
- एक मोटी मूली को खोखला कर लें अब इसमें गाजर के बीज, शलजम के बीज, मूली के बीज भर दें। अब इसे धीमी आंच पर रख दें। जब मूली जलने लगे तो इसमें से बीज निकल लें और सुबग शाम एक चम्मच बीज गुनगुने पानी के साथ लें। इससे पथरी पिघल कर बाहर निकल जाएगी।
पथरी होने पर क्या न खाएं: (Foods that cause kidney stones)
जब किसी को गुर्दे की पथरी हो जाती है तो उसे सबसे पहले सुपारी, बीज वाली चीजें तो पहले ही नहीं खानी चाहिए।
फिर इसके बाद कुछ चीजें नहीं खानी चाहिए जैसे मिर्च, दूध, कैल्शियम टेबलेट, गुटखा, सुपारी, टमाटर (अगर आप टमाट खाना चाहते हैं तो इसकी पियुरी का इतेमाल कर सकते हैं ). इसके अलावा आप सब कुछ खा सकते हैं | (1)
क्या करने से बचें?
आपको किडनी स्टोन से बचने के लिए कुछ चीजों से बच कर रहना पड़ेगा, जो आपके लिए हानिकारक हैं, ये हैं-
- धूम्रपान करने से बचें
- शराब और अन्य नशीली पदार्थों का सेवन करने से बचें
- बिना चिकित्सीय सलाह के दवाई न लें
- जंक फ़ूड का अधिक सेवन करने से बचें
- हानिकारक आहार का सेवन न करें
क्या पथरी जानलेवा है?
शहर के लोगों में पथरी की बीमारी आम हो गई है। जनपद के अधिकांश लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं। पथरी कई प्रकार के होते हैं।
यह किसी भी उम्र में हो सकता है। थोड़ी सी असावधानी जान पर भारी पड़ सकती है। ये कहना है कि शारदा अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डाक्टर सतेंद्र कुमार का।
डाक्टर कुमार ने बताया कि गुर्दे की पथरी काफी घातक होती है। गुर्दे की पथरी से ही अधिकांश लोग पीड़ित होते हैं।
पथरी गुर्दे से नीचे जाने वाली नली, पेशाब की थैली व पेशाब की नली में कहीं भी हो सकता है। आम तौर पर लोग खुद ही अल्ट्रासाउंड करा कर घरेलू उपचार शुरू कर देते हैं।
कभी-कभी गुर्दा में पथरी फंसने से गुर्दा क्षतिग्रस्त भी हो जाता है। पेशाब की नली में पथरी फंसने से पेशाब का प्रवाह पूर्ण अथवा आंशिक रूप से बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में तुरंत गुर्दा से पथरी न निकाला गया तो जान भी जा सकती है।
पथरी का उपचार आपरेशन या किरणों के माध्यम से किया जाता है। इस पद्धति से उपचार आसान है। समय पर जागरूक होकर उपचार कराने से खतरे को टाला जा सकता है।
–डाक्टर सतेंद्र कुमार, वरिष्ठ सर्जन शारदा अस्पताल।
दोस्त, इस बिना ऑपरेशन पथरी का इलाज पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा SHARE और COMMENT करिए।
इस पेज को SUBSCRIBE भी कर लीजिए, ताकि आगे आनेवाली शानदार और जानदार पोस्ट की सूचना आपको मिलती रहे।
स्वस्थ रहें खुश रहें