बीमार या पेट खराब होने पर ही याद आता है पपीता

बीमार या पेट खराब होने पर ही याद आता है पपीता

रोग प्रतिरक्षा क्षमता अच्छी हो तो बीमारियां दूर रहती हैं. पपीता आपके शरीर के लिए जरूरी विटामिन सी की मांग को पूरा करता है. अगर आप हर रोज कुछ मात्रा में पपीता खाते हैं तो बीमार होने की आशंका कम हो जाएगी

पपीते के लगातार सेवन से रक्तवाहिनियां में कोलेस्टरॉल के थक्के नहीं बनते, जिसके कारण दिल का दौरा नहीं पड़ता। यह उच्च रक्तचाप समेत दिल की कई अन्य बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है।

कच्चे पपीते में ऐसे एंजाइम और फाइबर होता हैं, जो पाचन तंत्र को ठीक रखते है और पेट में गैस नहीं बनने देते। इससे आपको कुछ समय में ही कब्ज और पेट दर्द से छुटकारा मिल जाता है।

इसमें मौजूद विटामिन ए आंखों की रौशनी को कम होने से बचाती है। पपीते का सेवन करने वाले लोगों को रतोंधी की समस्या नहीं होती है और उनकी आंखों की ज्योति बढ़ती है।

पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत होने पर पपीते का सेवन करे l पपीते के सेवन से एक ओर जहां पीरियड साइकिल नियमित रहता है वहीं दर्द में भी आराम मिलता है l

पपीता के गूदे का रस रगड़कर चेहरे पर लगाने से दाग और झुर्रियां दूर हो जाती है। बढ़ती उम्र के कारण जिन महिलाओं के चेहरे पर झुर्रियां पड़ने की शिकायत रहती है, उन्हें इसका सेवन ज़रूर करना चाहिए।

पपीता में विटामिन सी, बेटा कैरोटीन और विटामिन ई मौजूद होता है। यह आपके शरीर में कैंसर सेल्स को बनने से रोकता है।