अपनी भावनाओं के ख़ुद साक्षी बनें। ख़ुद से मन में सवाल जवाब करें। जैसे अगर दुःखी हैं तो कहें “हाँ ठीक है, हमेशा मनचाहा मिला है किसी को कभी? ऐसा तो है नहीं की दुनिया में पहली बार अपने साथ हुआ है, आज अपना नम्बर था। अब शांत हो जा।”
अपनी भावनाओं के ख़ुद साक्षी बनें। ख़ुद से मन में सवाल जवाब करें। जैसे अगर दुःखी हैं तो कहें “हाँ ठीक है, हमेशा मनचाहा मिला है किसी को कभी? ऐसा तो है नहीं की दुनिया में पहली बार अपने साथ हुआ है, आज अपना नम्बर था। अब शांत हो जा।”