Thyroid kaise hota hai: थायराइड गर्दन के निचले हिस्से के बीच में तितली के आकार की एक छोटी सी ग्रंथि होती है I जब यह सही से काम नहीं करती, तो यह हाइपोथायराइडिज्म (हार्मोन की कमी) या हाइपरथायराइडिज्म (हार्मोन की अधिकता) का कारण बनती है।
एक शोध के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड होने की संभावना 10 गुना ज्यादा होती है। अगर अपने पूरा पढ़ लिया तो आप आज Thyroid kaise hota hai, Thyroid ke lakshan और इसका इलाज सब कुछ जान जाओगे ओर ये बीमारी खत्म हो जाएगी।
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थायराइड क्या होता है
थाइरॉइड एक छोटी, तितली के आकार की ग्रंथि है जो गर्दन के सामने, श्वासनली (adam’s apple) के ठीक नीचे स्थित होती है।
यह gland थायराइड हार्मोन का उत्पादन करती है, जो शरीर के ऊर्जा स्तर और अन्य शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।

यह T3 और T4 थायरॉक्सिन हार्मोंन का निर्माण करती है जो कि सांस, ह्रदय गति, पाचन तंत्र और शरीर के तापमान पर सीधा असर करती है।
थायराइड की समस्याएं (Thyroid kaise hota hai)
थायराइड ग्रंथि बहुत अधिक या बहुत कम हार्मोन का उत्पादन कर सकती है, जिससे थायराइड की समस्याएं हो सकती हैं।
* हाइपोथायरायडिज्म: यह तब होता है जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है। इसके लक्षणों में थकान, वजन बढ़ना, कब्ज और ठंड लगना शामिल हैं।

* हाइपरथायरायडिज्म: यह तब होता है जब थायराइड ग्रंथि बहुत अधिक हार्मोन का उत्पादन करती है। इसके लक्षणों में वजन कम होना, चिंता, तेज हृदय गति और गर्मी लगना शामिल हैं।
थायराइड के लक्षण (Thyroid ke lakshan in hindi )
Thyroid symptoms

हाइपोथायरायडिज्म thyroid ke kya lakshan hote hain :
* लगातार थकान महसूस होना, ऊर्जा की कमी।
*बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन बढ़ना।
*नियमित रूप से मल त्याग में परेशानी।
* त्वचा का रूखा होना, बालों का झड़ना।
*सामान्य तापमान में भी ठंड महसूस होना।
* मांसपेशियों में अकड़न और दर्द।
* डिप्रेशन, उदासी, निराशा और रुचि की कमी।
* महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता, भारी रक्तस्राव या अनियमित रक्तस्राव।
* ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, भूलने की समस्या
* आवाज में भारीपन, आवाज में बदलाव, कर्कशता।
हाइपरथायरायडिज्म Thyroid ke lakshan
* बिना किसी प्रयास के वजन में कमी।
* बेचैनी, चिड़चिड़ापन, घबराहट।
* दिल की धड़कन में तेजी, अनियमितता।
* अत्यधिक पसीना आना, गर्मी बर्दाश्त न होना।
* रात में नींद आने में कठिनाई, बेचैनी।
* मांसपेशियों में कमजोरी, हाथों में कंपन।
* आँखों में सूखापन, जलन, सूजन, या उभरी हुई आँखें।
* बार-बार मल त्याग, दस्त की समस्या।
* थायराइड ग्रंथि का बढ़ना (गॉइटर)।
* शारीरिक थकान के बावजूद नींद न आना।
अन्य संभावित लक्षण:
* थायराइड नोड्यूल: गर्दन में गांठ या सूजन।
* निगलने में कठिनाई: भोजन निगलने में परेशानी।
* आवाज में बदलाव: आवाज में कर्कशता या बदलाव।
थायराइड में कहां कहां दर्द होता है
- पैरों में दर्द
- मांसपेशियों में कमजोरी के कारण बदन दर्द
- जोड़ों में दर्द (joints pain)
- हाथों में दर्द
- गले और इसके निचले हिस्से में तेज दर्द
थायराइड का उपचार और इलाज (Thyroid treatment )
थायराइड का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस प्रकार की थायराइड problem है। थायराइड की समस्याओं के दो मुख्य प्रकार हैं: हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म।
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) का उपचार:
* हाइपोथायरायडिज्म का उपचार आमतौर पर लेवोथायरोक्सिन (Levothyroxine) नामक सिंथेटिक थायराइड हार्मोन के साथ किया जाता है।
* यह दवा थायराइड ग्रंथि द्वारा पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन न करने पर शरीर में हार्मोन के स्तर को सामान्य करती है।
* डॉक्टर आपके थायराइड हार्मोन के स्तर की निगरानी के लिए नियमित रक्त परीक्षण करेंगे और आवश्यकतानुसार आपकी दवा की खुराक को समायोजित करेंगे।
हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) का उपचार:
* हाइपरथायरायडिज्म का उपचार दवाओं, रेडियोधर्मी आयोडीन या सर्जरी से किया जा सकता है।
* एंटीथायरायड दवाएं थायराइड ग्रंथि को बहुत अधिक हार्मोन बनाने से रोकती हैं।
* रेडियोधर्मी आयोडीन उपचार थायराइड ग्रंथि की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है।
* सर्जरी में थायराइड ग्रंथि के कुछ या सभी हिस्से को हटा दिया जाता है।
* बीटा-ब्लॉकर्स (Beta-blockers): ये दवाएं हाइपरथायरायडिज्म के लक्षणों, जैसे कि तेज़ दिल की धड़कन और घबराहट को कम करने में मदद कर सकती हैं।
थायराइड नोड्यूल्स (Thyroid Nodules) का उपचार:
* अधिकांश थायराइड नोड्यूल्स हानिरहित होते हैं और केवल नियमित निगरानी की आवश्यकता होती है।
* यदि नोड्यूल कैंसरयुक्त होने का संदेह है, तो बायोप्सी की जा सकती है।
* कैंसरयुक्त नोड्यूल्स या बड़े, लक्षणों का कारण बनने वाले नोड्यूल्स को हटाने के लिए सर्जरी की जा सकती है।
थायराइड के लिए घरेलू इलाज
थायराइड एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन कुछ घरेलू उपचारों की मदद से आप इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं। यहाँ घरेलू उपचार दिए गए हैं:
* नारियल तेल थायराइड ग्रंथि के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। 1 से 2 चम्मच नारियल का तेल गुनगुने दूध के साथ में खाली पेट सुबह-शाम लेने से भी इस रोग में फायदा होता है।
* आजकल अदरक सबके घर में रहता ही हैं, अदरक में पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम के तत्व पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से आपका थाइरोइड जल्दी ठीक होने लगता हैं।
* आयोडीन थायराइड हार्मोन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। अपने आहार में आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि समुद्री शैवाल, आयोडीन युक्त नमक, समुद्री भोजन और डेयरी प्रोडक्टस शामिल करें।
* सेलेनियम भी थायराइड हार्मोन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। अपने आहार में सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि ब्राजील नट्स, टूना और अंडे शामिल करें।
* अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो थायराइड हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
* तनाव थायराइड हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है। योग, ध्यान या अन्य तनाव कम करने वाली तरीकों का अभ्यास करें।
* नियमित व्यायाम थायराइड हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
* प्रोबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जो थायराइड स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
* साबुत अनाज में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन भरपूर मात्रा में होता है, जो थायराइड को बढ़ने से रोकता है।
Thyroid me kya khana chahiye
- थायराइड में आपको रेशे(fibre) से भरपूर फल और सब्जियां और चीजों को शामिल करना चाहिए। फाइबर युक्त चीजें खाने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। फल और सब्जियों में micro और macro दोनों अवयव पाए जाते हैं जो आपके शरीर में थायराइड फंक्शन को improve करने में सहायता करते हैं।
- खाने में आयोडिन नमक का इस्तेमाल करें। सीफूड का सेवन करें। बॉडी में Iodine की कमी से भी थायराइड की समस्या पैदा हो सकती है।
- विटामिन डी: थायराइड के मरीज के शरीर में विटामिन डी की भी कमी पाई जाती है। इसके लिए जरूरी है कि आप दिन में थोड़ी देर धूप में बैठें । अपने आहार में विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि वसायुक्त मछली, अंडे और फोर्टिफाइड दूध शामिल करें।
Thyroid Test kaise hota hai

Thyroid ka test kaise karte hain: थायराइड फ़ंक्शन परीक्षण के लिए रक्त के नमूने की आवश्यकता होती है; पैथोलॉजिस्ट बांह की नस से रक्त खींचता है।
थायरॉइड function जांच से पता चलता है कि थायरॉयड नॉर्मल है, अति सक्रिय है (हाइपरथायरायडिज्म) या कम सक्रिय है (हाइपोथायरायडिज्म)।
Thyroid Test price
आपको Thyroid Test करने के लिए 200 रुपये से 500 रुपये के बीच लगेंगे। ये टेस्ट अप कहाँ करवाते हो उसपे depend करता है।
थायराइड का इलाज कहां होता है
Thyroid का इलाज ऊपर बताए गए उपाय से ठीक हो जाएगा और नहीं तो आप अपने पास किसी अच्छे doctor या वैध से मिलें।
- थायराइड की समस्याओं का निदान और उपचार एक एंडोक्रिनोलॉजिस्ट (हार्मोन विशेषज्ञ) द्वारा किया जाना चाहिए।
- अपने डॉक्टर से परामर्श किए बिना कोई भी दवा या पूरक न लें।
- नियमित रूप से अपने थायराइड के स्तर की जाँच करवाएँ, खासकर यदि आप थायराइड की इलाज करवा रहे हैं।
थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है
- इसे ठीक होने में कितना समय लगता है? यह पूरी तरह से thyroid की गंभीरता और इलाज पे निर्भर करता है।
- जहां दवाओं से थायराइड को सही होने में कुछ हफ्ता या महीने लग सकते हैं, वही सर्जरी से इसे सिर्फ कुछ ही दिनों में ठीक किया जा सकता है।
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