रोज एक्सरसाइज करें और रहें चुस्त दुरुस्त | व्यायाम के 10 लाभ

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व्यायाम के 10 लाभ: एक्सर्साइज़ करने के फायदे गिनना बहुत मुश्किल है। दुनिया में कोई भी भोजन या सबसे अच्छा टॉनिक व्यायाम की जगह नहीं ले सकता। व्यायाम का हृदय, मन और पूरे शरीर पर अद्भुत प्रभाव पड़ता है।

जिस प्रकार मशीन को जंग लगने से बचाने के लिए उसकी ग्रीज़िंग करना और उसका हमेशा प्रयोग में लाना अथवा चलाना आवश्यक है, उसी प्रकार मानव रूपी मशीन की भी स्वस्थ रखने के लिए , उसे जंग से बचाने के लिया व्यायाम आवश्यक है।

विज्ञान की प्रगति के साथ मनुष्य ने अपने आराम के लिए इतने संसाधन जुटा लिए हैं कि सब काम बिना शरीर को कष्ट दिए हो जाता है। पैदल चलना लगभग बंद है। अधिकतर लोगों के पास दो पहिया वाहन तो होता ही है। साइकिल का प्रयोग काम होता जा रहा है।

दूसरी और खाने के एक से बढ़ कर एक व्यंजन उपलब्ध हैंजो हर जेब के अनुसार मिल जाते हैं। मनुष्य शिकार और खेती कर भोजन जुटाने से बहुत आगे निकल आया है।

अंड -बंड खाने की भरमार है, इतना कि इसमें अंतरराष्ट्रीय ब्रांड – मैक्डोनाल्ड, KFC, पिज़ा हट, सब वे, बास्किन रोब्बिन तक चल पड़े हैं, देसी छोले भठूरे, समोसे, डोसा, परांठा, कुल्फी, बर्फी, गुलाब जामुन, रसगुल्ला, पूरी, हलवा और न जाने कितने अनगिनत पकवान खाने से खुद को रोकना मुश्किल ही नहीं न मुमकिन हो जाता है।

इसके अलावा एक आयु के बाद हम शरीर की कई बीमारियां देखते हैं। मधु मेह – डायबिटीज, रक्त चाप – ब्लड प्रेशर, दिल का रोग – हार्ट डिजीज, कैंसर का प्रकोप इतना है कि कोई कोई व्यक्ति ही इनसे बच पाता है।

उसके ऊपर कमर दर्द, घुटने की समस्या, जोड़ों में दर्द। दवाइयां बनाने वाली कंपनियां बहुत अच्छा व्यवसाय कर रही हैं। उनको धन हम और आप जैसे लोग ही देते हैं। हम लोग बीमा कराने की तो सोचते हैं पर इसकी नौबत न आये उस पर ध्यान नहीं देते।

इन सबका मुख्य कारण है शार्ट कट। न तो शरीर को थोड़ा कष्ट देना चाहते हैं न अपनी जीभ पर वश रख पाते हैं। भगवान ने हमारा शरीर इन अतिभोगों के लिए नहीं बनाया। सेहत का एक कुदरती नियम है कि जितना खाएं उतना जलाएं ।

तो चलिए बिना देरी किए सीधे point पे आकार हम आज व्यायाम के 10 लाभ को जानते हैं:-

एक्सरसाइज करने से क्या होता है

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स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम ज़रूरी हैं। व्यायाम को नियमित तरीके से करना चाहिए।

एक भी दिन खाली नहीं जाने देना चाहिए हो सके तो व्‍यायम को सुबह ही करे क्यूंकि एक तो सुबह आपको स्वच्छ हवा मिल जाएगी। व्यायाम करने से हम अपने आपको दिन भर तरो ताज़ा महसूस करते हैं।

इस भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में किसी के पास व्यायाम करने का वक्त ही नहीं है। इसलिए ही हमारे शरीर में कई प्रकार की बीमारियां अपना घर कर जाती हैं।

व्यायाम के 10 लाभ in Hindi

एक्सरसाइज इन हिंदी: व्यायाम करने से हमारे शरीर को बहुत सारे लाभ होते है। इससे शरीर एक बार फिर से सक्रिय और रिफ्रेश हो जाता है। आपके अंग प्रत्यंग अच्छी तरह सक्रिय हो जाते हैं और आप अधिक और अच्छे स्वास्थ्य का अनुभव करते हैं। यह आपके स्वास्थ्य की रक्षा करता है और आपकी बीमारियों को दूर करता है। तो अब व्यायाम के 10 लाभ जानने की बारी है।

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एक बार Exercise से ही सीखने में सुधार

व्यायाम और मस्तिष्क का आपस में गहरा संबंध है क्योंकि यह हमारी सीखने की प्रक्रिया को मजबूत करता है। एक अध्ययन में पाया गया कि थोड़ी देर व्यायाम करने से वो जीन सक्रिय होता है जो मस्तिष्क कोशिकाओं के संपर्क में सुधार करता है।

2019 में यूनिवर्सिटी ऑफ ओरेगॉन हेल्थ एंड साइंस ने एक स्टडी के बाद कहा कि सिर्फ एक एक्सरसाइज के बाद भी मेंटल एक्टिविटी बढ़ जाती है। इसका कारण, रक्त की बेहतर आपूर्ति और न्यूरॉन्स के बीच बेहतर संचार का होना है।

दिमागी लचीलेपन में बढ़ोत्तरी (व्यायाम के फायदे)

दिमागी लचीलेपन में बढ़ोत्तरी-dimag tej karne ke upay व्यायाम के फायदे

दक्षिण ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया है कि व्यायाम से तंत्रिका लचीलापन(न्यूरोप्लास्टिसिटी) बढ़ती है।

इस स्थिति में मस्तिष्क की कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) की वायरिंग और व्यवस्था बदलती रहती है। यह प्रक्रिया नए कौशलों को सीखने और समझने में बहुत सहायक होती है।

मानसिक लचीलापन की प्रक्रिया जीवन भर चलती रहती है और नई चीजें सीखने में मदद करती है।

लेकिन सवाल यह है कि दिमाग को तेज करने और इसके लचीलेपन को बढ़ाने के लिए कौन सा व्यायाम सबसे उपयुक्त है। वैज्ञानिकों के अनुसार हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) एक्सरसाइज अगर 20 मिनट तक की जाए तो मानसिक लचीलापन बढ़ता है।

व्यायाम मस्तिष्क के अध: पतन को रोकता है

हम जानते हैं कि उम्र के साथ साथ मानसिक क्षमता प्रभावित होती है। यदि यह दर सामान्य से अधिक हो जाए, तो डिमेंशिया(dementia), अल्जाइमर और अन्य बीमारियां विकसित हो सकती हैं।

नियमित व्यायाम मानसिक मंदता को कम करता है और कई बीमारियों से बचाता है।

विशेषज्ञों का तो यहां तक ​​कहना है कि एक्सर्साइज़ से याददाश्त कमजोर होने का खतरा कम हो सकता है।

2019 में, एक्सेटर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने 200,000 वयस्कों का सर्वेक्षण किया। नतीजतन, exercise dementia के जोखिम को 32% तक कम कर सकता है चाहे उसका आनुवंशिक क्षमता ही क्यूँ ना मौजूद हो।

लेकिन जरूरी यह है की धूम्रपान को पूरी तरह से छोड़ना और उचित आहार लिया जाए।

कसरत तनाव और डिप्रेशन दूर करे

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यद्यपि प्रारंभिक जीवन में दिया गया आहार बच्चे के मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन यह काम भी व्यायाम करता है।

इसलिए जरूरी है कि बच्चों को कम उम्र से ही हल्के फुल्के शारीरिक श्रम से गुजर जाए।

अगर आप लगातार तनाव से गुजर रहे हैं तो एरोबिक व्यायाम बहुत मददगार हो सकता है। लेकिन california university, रिवरसाइड के वैज्ञानिकों ने साबित कर दिया है कि अगर बच्चों और किशोरों को कम उम्र से ही खेल और व्यायाम से परिचित कराया जाए, तो आगे चलकर इसके बहुत लाभकारी प्रभाव होंगे।

ऐसे बच्चे जवान होकर डिप्रेशन के शिकार काम काम होते हैं और उनके दिमाग का विस्तार भी होता है।

व्यायाम अंधेपन को रोकता है (व्यायाम के 10 लाभ)

पूरी दुनिया में बुढ़ापे के साथ-साथ AMD(Age-related macular degeneration) एक आम बीमारी है। इसमें आँख की रोशनी अपरिवर्तनीय दर से कम होती रहती है और अंधेपन की वजह भी बनती है।

इस संबंध में वर्जीनिया विश्वविद्यालय ने चूहों को दो समूहों में विभाजित किया। एक को चरखा पर व्यायाम कराया गया और दूसरे को ऐसा कोई व्यायाम नहीं दिया जाता था। चार सप्ताह बाद, दोनों समूहों पर लेजर से दोनों के आँख test किए गए।

इससे यह पता चला कि नियमित व्यायाम से दृष्टि हानि को 32 से 45% तक कम किया जा सकता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि व्यायाम आँखों की रौशनी का बहुत अच्छा रक्षक भी है।

सुरक्षा प्रणाली बने मजबूत और कैंसर रोके

व्यायाम शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शरीर को कैंसर सहित कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है।

यह तय हो चुका है कि व्यायाम के दौरान, हमारी मांसपेशियां विभिन्न प्रकार के मेटाबोलाइट्स को रक्तप्रवाह में छोड़ती हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने में सक्षम बनाती हैं।

Sweden में प्रसिद्ध करोलिंस्का इंस्टिट्यूट ने जानवरों पर प्रयोग किए और कहा कि व्यायाम, T-cells को मजबूत करता है और उन्हें कैंसर से लड़ने में सक्षम बनाता है।

व्यायाम और फायदेमंद पेट के बैक्टीरिया

हमारे आंत और पेट में फायदेमंद बैक्टीरिया पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इस पूरे सिस्टम को मेडिकल भाषा में ‘माइक्रोबायोम’ कहा जाता है।

Exercise की आदत से शरीर में माइक्रोबायोम की मात्रा बनी रहती है और हमारा शरीर स्वस्थ मात्रा में बैक्टीरिया को बनाए रखता है।

2017 में, इलिनोइस विश्वविद्यालय के Experts ने पाया कि एक्सरसाइज से पेट में स्वस्थ बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है। इसमें उन्होंने चूहों और इंसानों पर प्रयोग किए।

व्यायाम से पहले और बाद में चूहे के अपशिष्ट(Waste) की जांच से पता चला कि एक्सर्साइज़, स्वस्थ जीवाणु अनुपात को बनाए रखता है।

कसरत करे नींद में सुधार (व्यायाम के फायदे)

कहा जाता है कि नींद सूली पर भी आ जाती है। जाहिर है, इस दावे पर यकीन करना मुश्किल है, लेकिन यह कहावत नींद के महत्व को बताती है।

नींद इंसान की ज़रूरत है और अच्छी नींद से इंसान दिन भर सतर्क रहता है और उसके काम की गुणवत्ता भी बढ़ती है।

अच्छी और गुणवत्तापूर्ण नींद का एक नुस्खा व्यायाम है। जो लोग Exercise करते हैं उन्हें उन लोगों की तुलना में बेहतर नींद आती है जो नहीं करते हैं।

व्यायाम दे आपको दिनभर की ऊर्जा

अगर शरीर जल्दी थकावट महसूस करने लगे तो रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित होने लगती है। कोई भी काम ठीक से नहीं होता है और बिना काम के गुजारा करना मुश्किल हो जाता है।

कभी-कभी थकान और सुस्ती आपको इस कदर घेर लेती है कि घर का काम करने या शॉपिंग के लिए बाहर जाने का मन नहीं करता। इसका असर दिमाग पर भी पड़ता है।

थका हुआ शरीर मानसिक कार्य नहीं कर पाता। ध्यान केंद्रित करना भी मुश्किल है। थकान और शारीरिक ऊर्जा की कमी के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन मुख्य कारणों में से एक व्यायाम न करना और आरामदायक Lifestyle को अपनाना है।

यदि आप रोजाना या सप्ताह में 5 दिन व्यायाम करते हैं, तो शरीर मजबूत होने लगता है, जिससे आपका काम करना का मन भी होने लगता है।

व्यायाम से ऊर्जा बढ़ती है। इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं और शरीर में लचीलापन आता है। मनुष्य तरोताजा महसूस करता है और हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है।

कसरत करे रोगों से दूर (व्यायाम के 10 लाभ)

चाहे वह मोटरसाइकिल हो या कार,आमतौर पर इन चीजों के बारे मे कहा जाता है की अगर इन्हें छोड़ दिया जाए तो खराब और प्रदूषित हो जाती है।

मानव शरीर भी एक जटिल मशीन की तरह है, और अगर इसका सही देखभाल ना किया जाए तो इसमें भी खराबियाँ पैदा हो जाती है।

इससे जिस्मानी अंगों का संतुलन बिगड़ जाता है। जब शरीर कमजोर होता है या प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, तो बीमारियां घेरने लगती हैं।

धीमी आराम वाली जीवनशैली हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है, जो धमनियों और हृदय को प्रभावित करती है।

दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है। मोटापा कई बीमारियों को हमला करने के लिए आमंत्रित करता है। कसरत न करने से जोड़ों के दर्द, मधुमेह आदि का खतरा भी बढ़ जाता है।

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व्यायाम करने का सबसे अच्छा समय क्या है

कसरत करने का सबसे अच्छा समय सुबह सूर्योदय से पहले का है । इस समय प्राण वायु ( ऑक्सीजन ) की शुद्धता अधिक होती है ।

व्यायाम आप शाम को भी कर सकते हैं परन्तु यह समय दिन के भोजन के 5 घंटे बाद हो तो ज्यादा अच्छा है क्योंकि 5 घंटे में दिन का भोजन अच्छी तरह से पच चुका होगा । (1)

एक्सरसाइज के प्रकार (व्यायाम के 10 लाभ)

एक्सरसाइज के प्रकार

व्यायाम 2 प्रकार का होता है ….

पहला free weight जो हम घर पर बिना किसी उपकरणों के करते है जैसे की – दण्ड बैठक (push up) ..

दूसरा वह होता है जो हम gym जाकर करते है जो विभिन्न तरह के उपकरणों की सहायता से किया जाता है।

अगर आप फिट रहने के लिए या मोटापा कम करने के लिए व्यायाम करते है तो प्रातः सुबह का समय उचित रहता है।

और यदि आप दुबले पतले है और वजन बढ़ाना चाहते है तो व्यायाम शाम के वक़्त (4–7pm) कर सकते है क्योंकि वजन बढ़ाने के लिए शारीर को व्यायाम के बाद अच्छा खाना और आराम की अति आवश्यकता होती है ।

ताकि व्यायाम के कारण जो आपके शरीर की मसल्स टूटी है वो अछे से रिपेयर हो सके। और यदि आप योग करना चाहते है तो इसके लिए सुबह का वक़्त अच्छा होता है।

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हमें रोजाना कितना व्यायाम करना चाहिए?

अगर आप शारीरिक दृष्टि से दिनभर सक्रिय रहते हैं, तो अलग से व्यायाम करना जरूरी नहीं।

यहां हम शरीर कि बाहरी देह के गठीलेपन,या खूबसूरत अभिनेत्रियां और मॉडल्स जैसे सुगठित शरीर, और किसी खेल में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की बात बाद में करेंगे।

देखिए एक आम व्यक्ति के लिए इतना व्यायाम काफी है, जिसने उसके शरीर के हर अंग को सक्रियता मिले, और जो भी वो खाता है वो पूरी तरह से इस्तमाल किया जाए। जैसे खाना ऊर्जा में परिवर्तित होगा तो उस ऊर्जा को जाया न करके उसका इस्तेमाल करे, कार्य करके जैसे चलना, घर के काम, बाहर के काम, मस्तिष्क के काम इत्यादि। जैसे ही हम दोनों पक्षों को यानि, खाना और ऊर्जा का सही इस्तमाल को बराबर नहीं रखेंगे तो शरीर को इसकी मार सहनी पड़ेगी।

जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी पाचन क्रिया में बदलाव आते है,जहां छोटी उम्र में आप कुछ भी खाकर हज़म कर लेते है वहीं उम्र बढ़ने के साथ उतने ही कार्यशील होने के बावजूद खाना हज़म करने में तकलीफ होती है, वजह आपके शरीर के अंदरूनी अंग, जो धीरे धीरे अपनी कार्यक्षमता कम करते जा रहे है।

इसलिए उम्र के साथ आपको अपने खान पान में बदलाव लाने होंगे। व्यायाम का मतलब है, जितना खाए उसे निकले भी उर्जा के रूप में।

तो अपनी उम्र की ध्यान में रखकर वो खाए जिसे आसानी से निकाल सकें ज्यादा खाएंगे तो वो वसा के रूप में शरीर की चर्बी बढ़ा कर आपका वजन बढ़ा देगा।

अब आते है, सुगठित शरीर को पाने कि बात पर, तो उसके लिए आपको न सिर्फ कड़े नियम लागू करने होंगे व्यायाम को लेकर बल्कि खाने पीने में बेहद सावधानीयां बरतनी होगी।

रोजाना कठोर व्यायाम जैसे साइकिलिंग, जोगिंग और व्यायामशाला में जाकर आप वजन उठाकर अपने शरीर के खास हिस्सों को सजीला बना सकते है।

लेकिन प्रोटीन और दूसरी वसा रहित चीज़े, हरी सब्जियां, शक्कर रहित चीज़े, केवल बिना कार्बोहाइड्रेड के फल ही खा सकते है।

गठीला शरीर खास तौर पर बड़ी उम्र में कायम रखने के लिए आपको सतत प्रयास और परिश्रम को अपनी जीवनशैली में शामिल करना होगा। और खान पान में बेहद सही मापदंड।

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स्वस्थ रहें, खुश रहें….शुक्रिया✌😊

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